मेर सिर के ताज, मेरे दिल के शेह्ज़ादेकुत्ते, कमीने, हरामजादे।<< एक मुर्गी थी बहोत जिद्दी,एक दिन उसके मलिक ने उसे बंद किया वोह इतनी जिद्दी थी कि पिंजरे के पिछले दरवाजे से निकल गयी,उसके मलिक ने फिर से उसे बंद किया वोह इतनी जिद्दी थी कि फिर से निकल गयी,उसके मलिक को इतना घुस्सा आया उसने मुर्गी को मारा और उसे खा गयापर वोह इतनी जिद्दी थी कि………. ….. (More Hindi Jokes, Coming Sooon)
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